प्रिया और बृजेश जब यहां रहने आए कोठी का हर कर्मचारी उन्हें ऐसे देख रहा था मानों वे कोई अनिष्ट करने जा रहे हों. चौकीदार पुरे सकते में आ गया था, माली के खरपतवार काटते थे, उखाड़ते हाथ क्षण भर को रुक गए थे…
प्रिया और बृजेश जब यहां रहने आए कोठी का हर कर्मचारी उन्हें ऐसे देख रहा था मानों वे कोई अनिष्ट करने जा रहे हों. चौकीदार पुरे सकते में आ गया था, माली के खरपतवार काटते थे, उखाड़ते हाथ क्षण भर को रुक गए थे…